अपोलो हॉस्पिटल की पहल, मोबाइल पर चेक करें कोरोना टेस्ट

अपोलो हॉस्पिटल की पहल, मोबाइल पर चेक करें कोरोना टेस्ट

सेहतराग टीम

अपोलो टेलीहेल्थ में, टीम ने पिछले कुछ दिनों में बड़े शहरों के रोगियों 100 प्रतिशत बढ़ौतरी देखी है। यहां आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और अन्य जरूरत के राज्यों में टीम द्वारा लोगों को स्क्रीनिंग की उचित सुविधाएं दी जा रही हैं।

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अपोलो टेलीहेल्थ के पीपीपी मॉडल के तहत टीम अलग-अलग क्षत्रों में UHC की सहायता से COVID-19 संदिग्ध मामलों को ट्रैक और पहचान रही है। सभी जिले के अपोलो टेलीहेल्थ चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक यूएचसी को रोज लगभग 20 से 30 संदिग्ध मामलों की डिटेल देने के लिए पूरे जोर-शोर से काम कर रहे हैं। संदिग्ध मामलों में ज्यादातर विदेशों से लौटने वाले हैं। उन्होंने कोविड-19 की जागरूकता के लिए सेशन शुरूई किये हैं और लगभग 800 सदस्यों की टीम को प्रोजेक्टेड एरिया के लिया ट्रेन किया गया है। इसके अलावा चिकित्सा अधिकारियों, आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की एक टीम कोविड ​​-19 के समान लक्षण होने पर संदिग्ध मामलों की जांच के लिए डोर-टू-डोर दौरा कर रही है। यदि किसी मेंइसके लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें डीएमएचओ (DMHO) द्वारा गठित 'रैपिड रिस्पांस टीम' को सूचित कर जीजीएच/क्षेत्र अस्पताल में भेज दिया जाता है।

इसके अलावा जिला चिकित्सा अधिकारी COVID-19 के सर्वेक्षण को ट्रैक करते हैं जो ANMs और ASHA द्वारा भरा जा रहा है, आगे इस डेटा को अपोलो टेलीहेल्थ सेंटर ITs द्वारा ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। इसके अलावा उच्च श्रेणी के बुखार के मामलों का एक साथ पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण किया जाता है। अपोलो ग्रुप के स्तर पर अन्य पहलें हैं जिनमें COVID के जोखिम का पता लगाने के लिए मुफ्त ऑनलाइन चैटबॉट शामिल हैं, सरकार ने चुनिंदा स्थानों पर परीक्षण सुविधाओं को मंजूरी दी और आइसोलेशन के सुविधा भी है।

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अपोलो ग्रुप ने वेबसाइट के तहत 24/7 चैट बॉट रिलीज किया है। यह एक एप है जिसे ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है इसे लॉन्च करने के बाद करने के दो दिन के अंदर  100,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया है।

ऐप में एक बॉट है जो यूजर से उसकी उम्र, लिंग या वह किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित है उसके बारे में पूछता है  है कि आपको कोरोना चेकउप के लिए हॉस्पिटल जाना चाहिए या नहीं। हालांकि यह बताता है कि यह सिर्फ एनालिसिस है, इसे मेडिकल एडवाइस की तरह नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा यह आपको यह भी बताता है कि आपको स्कैन करवाना चाहिए और नहीं।

यह ऐप फ्री है। सभी उम्र के लोग इससे टेस्ट कर सकते हैं। जब कोई व्यक्ति इस ऐप को यूज करता है तो वह या तो डॉक्टर के यहां जा सकता है और घर पर रहना पसंद कर सकता है। यह आपकी सभी मेडिकल जानकारी को गोपनीय रखता है।

यह उन्हीं सब चीजों में एक है जो हम कर रहे हैं। हमारी फार्मेसी हमें दवाइयां दे रही हैं और हमारे टेलीहेल्थ स्टाफ लोगों के सवालों के जवाब दे रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है जो लोग COVID-19 के बारे में जानना चाहते हैं वे अपोलो वेबसाइट पर जाएं और हेल्पलाइन पर कॉल करें। ऐप आपकी स्थिति का सेल्फ-एनालिसिस करने का अच्छा रास्ता है। हम वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार के साथ मिलकर कर काम कर रहे हैं।

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गौतलब है कि यह आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के आधार पर काम कर रहा है। यह ऐप लक्षणों के आधार पर टेस्ट करता है और आप कोरोना सस्पेक्ट है या नहीं की जानकारी देता है। कोरोना की जांच करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। इसके अलावा आप इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

कोरोना वायरस (COVID-19) के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी Toll Free 1075 पर संपर्क कर सकते हैं। 

 

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